CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्हें सूचित किया गया है कि राहुल गांधी ने पिछले 9 महीनों में लगभग 6 बार विदेश यात्रा की है और वे सिक्योरिटी प्रोटोकॉल (VVIP सुरक्षा नियम) का पालन नहीं कर रहे क्योंकि अधिकांश यात्राएँ “बिना किसी को बताए” की गईं।

CRPF ने राहुल गांधी पर सिक्योरिटी प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया है।
👉 CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लेटर लिखा और बोला कि राहुल गांधी पिछले 9 महीनों में 6 बार विदेश गए, वो भी बिना बताए।
👉 इस दौरान वो इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया घूम आए।
👉 CRPF ने राहुल गांधी को अलग से भी लेटर भेजा है, जिसमें साफ लिखा है कि अगर वो ऐसे ही बिना बताए विदेश जाते रहे तो उनकी Z+ सिक्योरिटी कमजोर पड़ जाएगी और उन्हें खतरा हो सकता है।
👉 एजेंसी का कहना है कि इससे पहले भी वो इस मुद्दे को उठा चुकी है।
अब बता दूँ कि राहुल गांधी को Z+ कैटेगरी की सबसे हाई लेवल सिक्योरिटी मिली है। इसमें एक ASL (Advance Security Liaison) सिस्टम होता है, जिसमें हर मूवमेंट, हर ट्रैवल—even विदेश ट्रिप—की पहले से जानकारी देनी जरूरी होती है। इसको ही “येलो बुक प्रोटोकॉल” कहते हैं। ताकि उनके लिए पूरा सुरक्षा इंतज़ाम किया जा सके।
मतलब साफ है भाई—CRPF नाराज़ है क्योंकि राहुल गांधी बिना बताए विदेश चले जाते हैं और इससे सिक्योरिटी रिस्क बढ़ जाता है।

काजीगुंड में राहुल गांधी को भीड़ ने घेर लिया था, राहुल करीब आधे घंटे भीड़ में फंसे रहे। सुरक्षाबलों को लोगों को हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

9 महीने में 6 बार विदेश गए राहुल
CRPF के वीवीआईपी सिक्योरिटी हेड सुनील जून ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि राहुल गांधी अपनी सुरक्षा को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, क्योंकि वह ज्यादातर विदेश यात्रा पर बिना किसी को बताए जा रहे हैं।
CRPF ने राहुल की 30 दिसंबर से 9 जनवरी तक इटली, 12 से 17 मार्च वियतनाम, 17 से 23 अप्रैल दुबई, 11 से 18 जून कतर, 25 जून से 6 जुलाई लंदन और 4 से 8 सितंबर मलेशिया जैसी विदेश यात्राओं का हवाला दिया है।
पहले भी प्रोटोकॉल तोड़ने की शिकायत कर चुका CRPF
यह पहली बार नहीं है जब CRPF ने राहुल गांधी को उनके सुरक्षा कवर को लेकर लेटर लिखा है। CRPF ने बताया कि राहुल ने 2020 से अब तक 113 मौकों पर सुरक्षा दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है, जिसमें पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा का दिल्ली फेज भी शामिल है।
गृह मंत्रालय ने 2019 में वापस ले ली थी SPG सिक्योरिटी
केंद्र सरकार ने 2019 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को दी गई विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) सुरक्षा वापस ले ली थी। इस सुरक्षा कवर की जगह सीआरपीएफ ने ले ली। SPG सिक्योरिटी गांधी परिवार के पास करीब 3 दशक तक रही।